हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, हजरत आयतुल्लाहिल उज़्मा हाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफी ने नजफ अशरफ के प्रधान कार्यालय में मदरसा अल-हिकमा के छात्रों से अपने पैतृक सलाह और जरूरी निर्देश में कहा कि मदरसा और धार्मिक शिक्षा की शुरुआत तो है लेकिन अंत नहीं है।
उन्होंने धार्मिक अध्ययन के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि छात्रों की हर हरकत अल्लाह के करीब होनी चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि अच्छे संस्कारों से खुद को सजाना चाहिए और किसी भी हाल में ग़ीबत करने, सुनने और निषेध चीजो से दूर रखना चाहिए क्योंकि इनसे दूर रहना ही ज्ञान में सफलता प्राप्त करने का एक कारण है।
उन्होंने कहा कि धार्मिक छात्रों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे केवल धार्मिक ज्ञान की प्राप्ति को ही अपना लक्ष्य बनाएं और इस दायित्व को अन्य सभी सांसारिक मामलों से पहले रखें।